छुट्टी का स्कूल--बाल गीत-देवेंद्र कुमार
यह है छुट्टी का स्कूल
यहां किताबें छिपकर रहतीं
मम्मी पढ़ने को न कहतीं
हरदम खेलकूद का मौसम
हुए खुशी से झूलमझूल
गप्पों का ले मिर्च-मसाला
छुट्टी के पापड़ पर डाला
खाते हुए धूप में दौड़े
लगे बदन पर जैसे फूल
होमवर्क को गया हवाई
जैसे उसको मिली दवाई
पढ़ने के कमरे की चाबी
रखकर कहीं गए हम भूल
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